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मंगलवार, 28 जून 2016

गीत सुरीला


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रोज की तरह 
बैठी थी आज भी 
अपनी दफ्तर की कुर्सी पर 
कुछ फाइल देख रही थी 
कि  मीठा -सा  गीत 
कानों  को सुरीला लगा 
धीरे -से पलकें उठी 
होठों पर मुस्कराहट 
घौंसले में फिर -से दिखे  
चिड़िया के बच्चे चार 
गीत सुरीला चूं -चूं का था 
एकबार फिर मन मोहित हुआ 
जिस तरह पिछली साल ॥ 

This is posted under the Indi spire topic `With all your senses "Fall in love- One more time."

शनिवार, 23 अप्रैल 2016

अनचाहे पल

ओ ! अनचाहे पल 
कैसे पत्थर दिल हो तुम 
क्यूँ आए  मेरी जिंदगी में 
तेरा ही तो जुड़वाँ था वो 
दिए जिसने खुशी के पल हज़ार 
डाल गया कोख में मेरी 
एक प्यारी - सी जिंदगी 
उसकी और मेरी धड़कन 
साथ - साथ चल रही थी 
ना थी कोई प्रत्यक्ष पहचान 
धागा ममता का यूँ बंध  गया 
मैं और वो बन गए ,एक-दूजे की जान
आखिर क्षण इंतजार का आया 
गोदी में मैंने मेरे  लाल  को पाया । 

मगर ऐ ! अनचाहे पल -
तुमने तो मुझे झकझोर ही दिया 
मेरी छोटी -सी जान  को 
पीड़ा से भर दिया 
बांध मेरे धैर्य की टूट पड़ी 
अश्रुधारा आँखों से फुट पड़ी 
जैसे ही नन्ही जान को सुइयां चुभती 
ह्रदय में मेरे वेदना के कांटे चुभते 
बंद ऑंखें और हाथ दोनों ऊपर उठते 
हे ईश्वर ! मुझे इस अनचाहे पल का ,
वो जुड़वां ही फिर से दे दे 
मेरे लाल की सलामती मुझे लौटा दे । 





रविवार, 29 नवंबर 2015

Guwahati - I love You





Dr. bhupen Hazarika stadium
मेरा बचपन ,मेरी शिक्षा तथा एक नागरिक  में  मेरा पूर्ण विकास  जिस शहर में हुआ वह है गुवाहाटी । गुवाहाटी असम राज्ञा की राजधानी है तथा मेरा सबसे पसंदीदा शहर भी है । यह शहर भारतवर्ष  के उत्तरी - पूर्वी  हिस्से में स्थित है । 'गुवा' का अर्थ है 'सुपारी '(betel nut) और 'हाटी' का अर्थ है 'हाट 'यानि बाजार । यह सुपारी बेचने का प्रमुख शहर हुआ करता था । प्राचीनकाल में इस शहर को 'प्रयाग्ज्योतिषपुर ' के नाम से जाना जाता था ।


असम का यह शहर ब्रह्मपुत्र नदी और शिलॉंग के पत्थर के बीच बसा हुआ है । इस शहर की ओर आकृषित  होने का कारन है इसका प्राकृतिक सौंदर्य । इसके चारों तरफ नीलाचल पर्वत , चित्राचल पर्वत ,तथा नरकासुर पर्वत हैं । यह एशिया के प्राचीनतम  से एक है , जिसका जिक्र प्राचीन ग्रंथों व पुराणों में भी हुआ है । मध्य कल में यह अहोम राजा का राज्य था । मुगलों ने असम पर सतरह  बार आक्रमण किया था । बर्मा  (म्यांमार ) के आधीन भी यह शहर रहा , तत्पश्चात Anglo -Burmese युद्ध के बाद East India Company के आधीन आ  गया १८२६ ईस्वी में ।

उत्तरी -पूर्वी भारत के सातों राज्यों ( Meghalaya,  Aijwal ,Manipur , Nagaland, Arunachal Pradesh, Agarttala,, and Assam) से यह शहर बहुत ही सुन्दर -से जुड़ा हुआ है । Bhutan से भी यह शहर भलीप्रकार जुड़ा हुआ है । गुवाहाटी से अन्य शहरों व राज्यों से सड़क मार्ग ,रेल मार्ग ,हवाई मार्ग और जल मार्ग द्वारा यतायात
होता है ।

उपरोक्त सातों राज्यों का सबसे बड़ा शहर होने के नाते ,इसने आर्थिक प्रगति बी अति तीव्रता से की है । Malls, Multoplexes, Offices, Hotels ,commercial Complexes और Educational Institutions की यंहा तेजी से उन्नत्ति हुई है । गुवाहाटी विश्वविद्यालय  उत्तरी -पूर्वी भारत का प्रथम विश्वविद्यालय है । IIT, Medical College . Engineering College ,Law College ,College of Architecture, IIHM, Branch Of ICAI आदि सभी अनुष्ठान यहाँ है । Guwahati Refinery, Guwahati Tea Auction Centre यहाँ के मुख्या वाणिज्यीक केंद्र है । यहाँ से रसोई गैस ,केरोसिन ,इत्यादि बंगाल के सिलीगुड़ी तक जाते हैं । यहाँ की हस्त -कला भी बहुत सुन्दर है व् आर्थिक स्थिरता में सहायक है ।

गुवाहाटी को 'Gateway Of North -East India ' भी कहा जाता है ।  मुझे याद है जब 1977  में हमने अपना घर फेन्सी बाजार से G.S.Road शिफ्ट किया था तो चोरों और जंगल ही जंगल था । आज यह मार्ग गुवाहाटी का सबसे अधिक चहल -पहल वाली जगह है । सिनेमाघर ,मॉल, वाणिज्यिक केंद्र ,रेसिडेंशियल कोम्प्लेक्सेस इत्यादि यहीं बने है ।




गुवाहाटी को 'City Of Temples ' भी कहते है । माँ कामख्या का मंदिर यंहा का प्राचीनतम मंदिर है भारत के कोने - कोने से लोग दर्शन के लिए आते हैं । अन्य मंदिरों में शुक्रेश्वर मंदिर , उमानाथ 
वशिष्ठ आश्रम  ,
     तिरूपतिमंदिर ,व नवग्रह मंदिर प्रमुख है । इनके अलावा बहुतसारे दर्शनीय स्थान भी है । पाण्डु यंहा का बंदरगाह है।                                                                                                                                       


        
kamakhya temple 
                                                                                                                                         

<b>Guwahati</b> <b>City</b> from Kamakya Temple Hill having Train in Motion | Flickr ...
                                                         a view of the city from Kamkhya temple at night

यंहा के लोग बहुत शांतिप्रिय हैं । उल्फा आंदोलन ने टहलोगों के दिल में दशक फैला दी थी , पर अब हालत नियंत्रण में है । लोग कला प्रेमी हैं ,बिहू नृत्य यहाँ का प्रसिद्ध नृत्य है। सबसे बड़ी खासियत इस शहर की यह है कि यहाँ सर्वधर्म  व सभी जाति  के लोग खूब मिलजुलकर  शांतिप्रिय ढंग से रहते है । मुझ मेरे इस शहर से बहुत लगाव है ।

Evening view <b>from Guwahati</b> <b>City</b>, Assam<b>Guwahati</b> <b>City</b>






             bashishtha temple                                                                      balaji temple










umananda temple mid of river brahmaputra                  brahmaputra cruise                                            guwahati planeterium


मेरे बचपन से आज तक की गुवाहाटी की इन यादों के साथ  फिर एक बार यह कहूँगी ----Guwahati -I love you








शनिवार, 14 नवंबर 2015

Reluctant Embrance

- Is One of my favourite poem, which is worded by my daughter Nancy Bindal .
जब Nancy की यह कविता मैंने  पहली बार पढ़ी तो इसके शब्दों ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया , लगा भूकम्प आ  गया है । अब महसूस करती  हूँ कि  कब हम दिमागी और वास्तविक रूप  से स्वतंत्र होंगे लिंग भेद को लेकर ?

Reluctant Embrace

Nine months were done,but `that hour ' lay,
Swaying between hope and despair 
My "unwanted angel" you ushered out 
Crying lamentations that we  now share.

The womb that bore you so long, 
Wish would have carried a son instead
I'd lived my life as a woman, child
It called upon you , to walk ahead .

No flower offered to the temple Gods,
Not a conch shell blown the day you were born
The mantras were chanted in frenzy 
Your life , your destiny, deliberately torn .

Shackled by chains , given in early marriage
Educate to assist ,not to debate 
Your ideology fainted in mute protests
Alas ! That was to instruct, not educate!

Adorned in bridal finery for the world to know 
You lay here dead, unloved and unmourned
An accidental fire or a dowry death ?
Confined to a statistic in police records .

Your life was brief and best forgotten
A subject of pain and disgrace
My girl I offer you the reasons herein
That justify my reluctant embrace !!

-Nancy Bindal


मंगलवार, 3 नवंबर 2015

बेलभ्यू - मेरा सच्चा प्यार

बेलभ्यू -,बेलभ्यू 
हिमालय की गोदी में बसा।,
कंचनजंघा की चोटी  से कसा । 
हरी -भरी धरती की अंगड़ाई ,
तौलती पर्वतों की ऊंचाई । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

रंग -बिरंगे मेघों से घिरा ,
सजाता नन्हे फूलों को सदा । 
विद्या का तू भंडार बड़ा 
विनय का भरता सदा घड़ा । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

तूने दिया जीने का सार ,
चुस्ती -फुर्ती ,कामयाबी दी है अपार । 
तेरे आँचल  में मिलती खुशियां हजार ,
उत्पन्न हुई , कुछ करने की चाहत बार -बार । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

भाषा- जाति , पास -पड़ोसी,
का भेद -भाव कर दूर  । 
तू है मुस्कराने का जरिया ,
देता नन्हे-नन्हे  फूलों का प्यार । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

तेरी क्षत्र -छाया में ना  हो सूनापन ,
झोली भर -भर देता अपनापन  । 
'गुडमॉर्निंग मेम ' से शुरू होता दिन ,
मिलता असीम सुख और सम्मान  । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

रहे सलामत तू बेलभ्यू ,
करूँ न नित गुणगान क्यूँ  । 
फैले तेरा यश , रखूं अरमान यूँ '
ओ ! मेरे प्यारे  बेलभ्यू बोर्डिंग स्कूल । 
बेलभ्यू -,बेलभ्यू---------

 If I talk about my love , the first name comes in my mind is -"Belle Vue Boarding School". My in-laws have started this in the year 1981, since than this has given me love ,respect,fame ,friends and added meaning to my life. In these 35 years I have learnt a lot from my students ,collegues and parents .I really Love YOU- B.V.B.S.

linking with
 Indispire #84
write about your true love, it can be a person, place, thing, activity, anything. Something/someone that makes you feel special, complete in life. #truelove

   

शुक्रवार, 14 नवंबर 2014

ये पाँच

Grand children are God's way of compensating us for growing old and are the dots that connect the lines from generation to generation.


नम्बर वन  में आता  शियम                                    
जिसके सामने न चलता कोई नियम 
देख सफ़ेद बाल  नानू -नानी के ,कहता- 
'क्या हो जावोगे अब ईश्वर के प्यारे?'
जितनी चंचलता व शरारत  इसकी आँखों में 
उतना भोलापन और मिठास इसकी बातों में । 

नम्बर  टू  में आती  नायशा 

मधुर मुस्कान से कहती -वंडरफुल ! 
'यू आर द बेस्ट नानी  इन द  व्हॉल वर्ल्ड'
कला की यह रानी है ,नजरें इसकी पैनी हैं 
बारीकी से कनवास सजाती , गुड़िया 
की डाक्टर , ब्यूटिशियन व मम्मी बन जाती । 

नम्बर  थ्री में सिया है 

इसे टीचर कहने में कोई अचरज नहीं 
नाचने और नचाने में माहिर यह 
लीडर बन ऑर्डर करने में ,हाजिर यह 
अपनी मीठी -मीठी बातों से रिझाती 
नित नए -नए योगासन सिखाती । 

नम्बर  फॉर  में आता सोहम 

भोली -सी बोली ,भोली -सी सूरत 
'आप ठीक तो हो नानी ' ?-कह 
दिल में बसा देता अपनी सूरत 
भैया का नकलची बन्दर  यह 
ममता और प्यार का सिकंदर यह । 

नम्बर फाइव में बारी  नीव की 

सबसे छोटा ,सबसे खोटा  
टेलटविस्टर  हमारे घर का 
चुलबुली हरकतों से ,कभी 
बनता ही-मेन, तो कभी ऑयरन मेन 
कभी जग्गू ,कभी भीम बन करता मनोरंजन।   

इन पाँचों की पंचायत जब लग जाती 

मम्मी -पापा, नाना -नानी ,की ऑंखें भर आती  
इनकी प्यारी हरकत व तुतले बोलों से 
बचपन फिर लौट आता  आँगन में 
ईश्वर से है बस यही वंदना 
भरी रहे खुशियाँ इनके  दामन में ।

  

सोमवार, 3 नवंबर 2014

पिता

 



पापा कौन कह्ता है,
तू  माँ से कम है ?
माँ ने गर्भ में रखा ,
तुने गर्भ संवारा है।  
माँ ने जन्म  दिया ,  
तुने चलना सिखाया है। 
माँ ने दूध पिलाया, 
तूने  घोड़ा बन खिलाया है। 
माँ ने सजाया  संवारा, 
तूने  अनेक अरमान जगाए।  
माँ ने ममता लुटाई, 
तूने खून पसीना बहाया। 
माँ ने संस्कार डाले, 
तूने खुब पढाया लिखाया।  
माँ ने जीना सिखाया,
तूने जीने के काबिल बनाया। 
पापा कौन कहता है, 
तू माँ से कम है ?